डुबान के हजारों किसानों को अब तक नही मिला अंतर का राशि, ग्रामीणों में आक्रोश
कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार ने किया किसानों के साथ छलावा, चुनाव में दिखेगा परिणाम - ऋषभ देवांगन
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार जब से बनी है तब से आज तक सभी वर्ग के लोग छले गए है. खास करके किसान वर्ग के कई लोगों को अंतर की राशि आज तक नही मिला है. आज किसान शासन प्रशासन के दफ्तरों के चक्कर काट कर थक चुके हैं ऐसा कहना है जनपद पंचायत के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष ऋषभ देवांगन का. उन्होंने कहा कि धमतरी जिले के डुबान प्रभावित शासकीय पट्टे की ज़मीन पर खेती करने वाले किसानों को अंतर की राशि नहीं मिली है. समर्थन मूल्य में धान बेचने के बाद अंतर की राशि अभी तक नहीं मिल पाई है. इससे आक्रोशित किसान शासन प्रशासन के दफ्तरों का चक्कर काट रहे हैं. समय रहते यदि इन किसानों को अंतर की राशि नहीं मिलता है तो इस बार डुबान क्षेत्र के सभी पीड़ित किसान आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी नेताओ का बहिष्कार करेंगे, कांग्रेस का बहिष्कार करेंगे, साथ ही गांव में आने वाले कांग्रेस के नेताओं प्रवेश करने से मना करेंगे. समर्थन मूल्य में धान बेचने के बाद जो शेष राशि है उसे अंतर की राशि कहते हैं. समर्थन मूल्य में खरीदने की राशि 2500 रुपये छत्तीसगढ़ की सरकार ने तय किया है जिसमे 21 सौ से 22 सौ राशि किसानों के खाते में भेज दिया जाता है. बाकी शेष राशि को बोनस के तौर पर 3 से 4 किस्तों में किसानों को जारी करते हैं जिसे अंतर की राशि कहते हैं. ऋषभ देवांगन ने कहा कि डुबान के कोड़ेगाँव बी, बारगरी, मोंगरागहन, भिड़ावर, मालगाँव, सटियारा, कोहका, कोलियारी, तिर्रा, मातेगहन, चिखली समेत कई ऐसे गांव है जहां किसानों को अंतर की राशि नही मिला है.