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रानी दुर्गावती को भारतीय संस्कृति की संरक्षक व बलिदान के लिए जाना जाता है — कविता योगेश बाबर

रानी दुर्गावती को भारतीय संस्कृति की संरक्षक व बलिदान के लिए जाना जाता है — कविता योगेश बाबर 
*आदिवासी गोड़ समाज ने रानी दुर्गावती का बलिदान दिवस मनाया*

रानी दुर्गावती का बलिदान दिवस आदिवासी समाज लोहरसी के तत्वाधान में बड़े धूमधाम से मनाया गया कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य कविता योगेश बाबर थीं कार्यक्रम की अध्यक्षता जनपद सदस्य प्रकाश पवार ने की आदिवासी समाज ने अतिथियों का स्वागत फूल मालाओं से किया तत्पश्चात गांव में बाजा गाजा के साथ कलश यात्रा निकालकर कर कार्यक्रम का आयोजन किया इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए श्रीमति बाबर ने कहा कि रानी दुर्गावती मुग़ल साम्राज्य के ख़िलाफ़ अपने राज्य की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ी है मुग़ल सेना से युद्ध करते हुए आत्मसमर्पण करने के बजाए अपने प्राणों की आहूति देना उन्होंने उचित समझा रानी दुर्गावती को बचपन से ही घुड़सवारी तीरंदाजी तलवारबाज़ी का शौक था उन्हें भारत के स्वतंत्रता सेनानी के रूप में जाना जाता है वह अपने भारतीय संस्कृति की संरक्षक व बलिदानी महिला के रूप में जानी जाती हैं सभा को प्रकाश पवार ने भी संबोधित करते हुवे समाज जनों को बधाई दी इस अवसर 
पर ग्राम लोहरसी के गोड़ समाज के अध्यक्ष नरेश उईके, उपाध्यक्ष डिगेशवर सलाम, मिलेन्द कुमार नेताम, मोहन मरकाम, महिला अध्यक्ष सविता नेताम, पूर्व सरपंच मोनिका नेताम, मुकेश नेताम, पूर्व अध्यक्ष निरंजन नेताम,

पूर्व सचिव रुपेश सलाम, दीपक उइके, लक्ष्मण कतलाम, हरि नेताम, रवि नेताम, प्रतिभा सलाम, हिरमिशी सलाम, गंगा नेताम, गीता नेताम, कविता नेताम सहित समाजजन उपस्थित थे।