डौकीडीह में मनाया गया शाला प्रवेशोत्सव एवं एक पेड़ माँ के नाम कार्यक्रम का संचालन
बालोद। शासकीय प्राथमिक शाला डौकीडीह विकासखंड गुंडरदेही में शाला प्रवेशोत्सव धूम धाम से मनाया गया। नवप्रवेशी बच्चों के माथे में टिका लगाकर एवं उन्हें मिठाई खिला कर शाला में प्रवेश दिया गया। प्रधानपाठक दीपा साहू ने अपने संबोधन में बताया कि स्कूल में हम शिक्षा के साथ साथ बच्चों के सर्वांगीण विकास में पूरा ध्यान देते है। जिससे बच्चे देश के अच्छे नागरिक बने, अपने कर्त्तव्य क्षेत्र में मानवतावादी विचारधारा के साथ आगे बढ़े, शासन के द्वारा बच्चों को मुफ्त में
पाठ्यपुस्तक, गणवेश, एवं मध्याह्न भोजन प्रदान किया जाता है
ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा चलाये जाने वाले अभियान का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि एक पेड़ माँ के नाम में हम सभी को एक एक पेड़ लगाना भी है और उसकी देखभाल भी करनी है। माध्यमिक शाला के प्रधानाध्यापक टीकाराम चंद्राकर ने कहा कि बच्चों में अनुशासन का होना बहुत महत्वपूर्ण है, बिना अनुशासन के वे मार्ग भटक सकते है इसलिए पढ़ाई के साथ साथ जीवन मे अनुशासन का होना बहुत महत्वपूर्ण है। सरपंच लक्ष्मी ठाकुर द्वारा सभी को नशा मुक्ति के सम्बंध में विस्तार से बताया गया कि यह नशा एक राक्षस के रूप में है जो धीरे धीरे शरीर के साथ ही साथ परिवार को भी निगल जाता है। उपसरपंच खिलावन निषाद द्वारा जल संरक्षण के बारे में बताया गया कि आने वाले समय मे जल को बचाना बहुत ही जरूरी है इसलिये वाटर हार्वेस्टिंग को हम सभी को अपनाना होगा। शाला में पदस्थ शिक्षिका प्रीति भोजने का स्थानान्तरण युक्ति युक्तिकरण के कारण प्राथमिक शाला देवगहन में हुआ है जिसका शाला प्रबंधन समिति के सदस्य, ग्राम पंचायत के पदाधिकारी, ग्रामीणजन एवं शाला परिवार के समस्त शिक्षको द्वारा उन्हें विदाई दी गई। शाला परिसर में एक पेड़ मां के नाम में आम ,अमरूद, नींबू, नीम, बादाम, मीठानीम, कदम, नारियल, पाम ट्री का पेड़ रोपण करके उसकी देखभाल के लिए शपथ दिलाई गई, साथ ही नशा मुक्ति, जल संरक्षण के लिए जागरूक करने हेतु शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम में शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष भीषम साहू, सत्यभामा चंद्राकर, प्राथमिक शाला एवं पूर्व माध्यमिक शाला के शिक्षकगण ईश्वरी साहू, प्रीति भोजने, त्रिलोचन साहू, मंजुलता साहू,अनिता सोनवानी एवं शाला प्रबंधन समिति के सदस्य कविता देवी, डोमन सेन, उमेश्वरी सेन, उमा देवी, भानुप्रताप चंद्राकर, हमेश्वरी, कुशल साहू, गोदावरी, वेणु राउत, जामुन बाई, चेमिन, उर्मिला एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।