* कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने सक्षम कैंटीन का अवलोकन किया,दिव्यांग विश्नोई से की बातचीत की कुशलक्षेम
*दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सशक्त पहल*
धमतरी 11 सितंबर 2025/- कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने आज शुक्रवार को अचानक कलेक्ट्रेट परिसर में दिव्यांगजनों द्वारा संचालित सक्षम कैंटीन पहुंचे । इस दौरान उन्होंने कैंटीन में उपलब्ध चाय-नाश्ता एवं अन्य सामग्री का जायजा लिया और कैंटीन के बाहर विश्नोई से की बातचीत की । उन्होंने उनसे बिक्री आदि के बारे में पूछा और उनका कुशलक्षेम जाना
* कलेक्टर ने दिव्यांग विश्नोई से आग्रह किया कि वे बैठ कर बात करें ।किंतु वह बैसाखियों के सहारे खड़ी हुई । उन्होंने कलेक्टर को बताया कि कैंटीन की शुरुआत के बाद से ही लोगों का अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। कलेक्ट्रेट, जिला पंचायत और आसपास के कार्यालयों में आने वाले अधिकारी-कर्मचारी और आम नागरिक यहां आकर चाय-नाश्ते का आनंद ले रहे हैं।*
*कलेक्टर मिश्रा ने इस अवसर पर कहा कि सक्षम कैंटीन दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि यह न केवल रोजगार का माध्यम बनेगा, बल्कि दिव्यांगजनों के आत्मसम्मान और आत्मविश्वास को भी बढ़ाएगा। उन्होंने कैंटीन संचालकों को आश्वस्त किया कि संचालन में किसी भी प्रकार की आवश्यकता या समस्या आने पर जिला प्रशासन हर संभव सहयोग प्रदान करेगा।*
*उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कलेक्ट्रेट और जिला पंचायत सहित अन्य कार्यालयों में होने वाली बैठकों तथा शासकीय आयोजनों में चाय-नाश्ते का ऑर्डर सक्षम कैंटीन से दिया जाए, ताकि दिव्यांगजनों के आत्मनिर्भर बनने के प्रयासों को और अधिक बल मिल सके।*
*मालूम हो कि कलेक्टर मिश्रा की पहल पर हाल ही में दिव्यांग प्रेरणा जन कल्याण समिति के सदस्यों को कलेक्ट्रेट परिसर में यह स्थान उपलब्ध कराया गया है। समिति के संस्थापक श्री बसंत कुमार विश्नोई ने बताया कि लंबे समय से दिव्यांगजन स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ने की इच्छाशक्ति रखते थे। जिला प्रशासन के सहयोग से आज यह सपना साकार हो सका है।*
*सक्षम कैंटीन की शुरुआत से दिव्यांगजनों को न केवल स्थायी रोजगार का अवसर मिलेगा, बल्कि वे समाज की मुख्यधारा से भी जुड़ेंगे। यह पहल जिले में दिव्यांग सशक्तिकरण की एक नई मिसाल है, जो अन्य जिलों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनेगी।*
*कलेक्टर मिश्रा ने कहा कि ‘‘दिव्यांगजन हमारे समाज की शक्ति हैं। उन्हें सही अवसर और मंच मिल जाए, तो वे भी आत्मसम्मान और स्वावलंबन के साथ जीवन यापन कर सकते हैं। सक्षम कैंटीन इसी सोच का परिणाम है और मुझे विश्वास है कि यह आने वाले समय में जिले के लिए एक आदर्श मॉडल बनेगा।’*