ग्रामीणों के आंदोलन के बाद अब जागा प्रशासन, सर्वे हेतु कैम्प, एडीबी में नहीं हुई स्वीकृति
आंदोलन का विस्तार हेतु ग्रामीणों की होगी अब जन चौपाल-:गीतेश्वरी साहू
भारी वाहनों के प्रवेश निषेध अवधि में यातायात गणना किया जाना ही है अनुचित -:दयाराम साहू
धमतरी-कोलियारी,खंरेगा, दोनर सड़क के निर्माण एवं चौड़ीकरण हेतु ग्रामीणों का आंदोलन अनवरत धरना के रूप में जारी है जिसके लिए घंटे चक्का जाम भी किया गया था तब कहीं जाकर 9 नवंबर सुबह 9:00 बजे से लेकर 10 नवंबर गुरुवार की सुबह 9:00 बजे तक 24 घंटे के लिए लोक निर्माण विभाग द्वारा कोलियारी चौक में कैंप लगाकर सड़क में आने जाने वाले वाहनों की गणना की गई है तब कहीं जाकर अब सड़क निर्माण का प्लान तैयार किया जाएगा इससे पूर्व शासन-प्रशासन तथा जिम्मेदार लोगों के द्वारा एडीबी से स्वीकृति का हवाला देकर ग्रामीण जनता को सहलाने का बहुत प्रयास किया गया लेकिन जनता नहीं मानी तथा उनके सब्र का बांध फूट पड़ा और उस मार्ग के सभी रेत खदानों को बंद करते हुए भारी वाहनों का प्रवेश निषेध कर दिया गया तब कहीं जाकर प्रदेश सरकार का ध्यान इस और गया तथा स्पष्ट किया गया कि एडीबी में अभी कोई फंड नहीं है तथा अन्य मद् से सड़क निर्माण हेतु संभावनाएं टटोली जा रही है। इस सर्वे कार्य में एक निजी कंपनी के सर्वेयर नीरज श्रीवास्तव ,रामेश्वर विश्वकर्मा, सूर्य नेताम ,वीरेंद्र मंडावी 24 घंटे के लिए तैनात कर वाहनों का सारणीकरण कर लोक निर्माण विभाग के माध्यम से शासन को प्रेषित करेगे। उक्त सर्वे स्थल पर सड़क निर्माण संघर्ष समिति के संयोजक श्रीमती गितेश्वरी, साहू समाज के प्रदेश महामंत्री दयाराम साहू, नगर निगम के पूर्व सभापति राजेंद्र शर्मा, महेंद्र पंडित, शेखन साहू, उपस्थित होकर आवश्यक जानकारी प्राप्त की तथा दर्री सरपंच श्रीमती गितेश्वरी साहू ने कहा है कि अब सहनशीलता की सीमा खत्म हो रही है तथा आम जनमानस के समक्ष सड़क निर्माण के संबंध में जो लापरवाही की गई है उसकी वास्तविकता सामने आ गई है इसलिए आंदोलन का विस्तार करने हेतु अति शीघ्र 22 गांव के ग्रामीणों की बैठक बुलाई जाएगी। वहीं दूसरी ओर क्षेत्र के वरिष्ठ दयाराम साहू ने यातायात गणना पर इसलिए प्रश्नचिन्ह उठाया है कि यह सर्वे भारी वाहनों के प्रवेश निषेध अवधि में किया जा रहा है जिससे सड़कों पर चलने वाले वाहनों की वास्तविक जानकारी प्राप्त नहीं हो पाएगी।