छत्तीसगढ़ मे लोकसभा मे 10 सीट कवर्धा से उठी हिन्दुत्व की लहर का परिणाम - पुष्पेंद्र साहू
छत्तीसगढ़ - छत्तीसगढ़ में 11 मे से 10 सीटों मे भारतीय जनता पार्टी की जीत का श्रेय कवर्धा कांड 3 अक्टूबर 2021 जिसके कारण हिन्दुत्व की लहर चली और पहले छतीसगढ़ मे भाजपा की हिन्दुत्व वाली सरकार बनी, और अब लोकसभा मे 10 सीटों पर भारी बहुमत मिली, जो लहर विधानसभा से लेकर लोकसभा तक चला वो आने वाले 10 साल तक इसका असर रहेगा,मगर इस संघर्ष मे लगभग 82 हिन्दू भाइयो को 18 दिन जेल मे रहना पड़ा था, आज लगभग 3 साल 8महीना होने को है... इन 82 हिन्दू भाई जो अलग अलग जिले से है भाजपा की सरकार आने के बाद भी कवर्धा पेशी आने जाने को मजबूर है, सरकार बनने के कई महीने के बाद,सरकार को इन्हे याद करने तक का समय नहीं है.जिसके कारण आज भाजपा सत्ता मे वापिस आई है और लोकसभा मे भी भारी बहुमत मिला,आज वे हिन्दू भाई सम्मान के हक़दार भी नहीं रहे, सत्ता मे वापिस आने के बाद भाजपा पूरी तरह कवर्धा भगवा कांड को भूल गई है उन सभी 82 हिन्दू भाइयो के भूल गए है जिन्होंने भगवा ध्वज के लड़े और जेल गए,.....एसे मे फिर कौन हिन्दू भाई सामने आएगा कौन लड़ेगा...... आपको बता दे की उसी कवर्धा कांड मे उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा भी थे उन्हें भी जेल जाना पड़ा था जिसके बाद भाजपा से उन्हें टिकिट दिया गया,हिन्दुत्व की लहर मे कवर्धा के साथ पुरे छत्तीसगढ़ मे भाजपा की हिन्दुत्व की सरकार वापिस आई......मगर आज जिसे पुरे छतीसगढ़ मे हिन्दुत्व का बड़ा चेहरा मानते है उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा वे भी इन 82 हिन्दू भाइयो को भूल गए है........अब देखना यह है क्या सरकार इन 82 कवर्धा कांड जेलयात्रियों की सुध अपने कार्यकाल मे करती है या नहीं
ये था पूरा मामला............. 3 अक्टूबर 2021रविवार को कवर्धा शहर के वार्ड नंबर 27 के लोहारा नाका चौक इलाके से एक खबर सामने आया. यहां सुबह कुछ विशेष समुदाय के युवकों ने चौराहे पर भगवा ध्वज को निकालकर अपने धर्म का झंडा लगा दिया था. इसी के चलते दो गुटों के युवक लाठी-डंडों के साथ सड़क पर उतर आए और उन्होंने मारपीट शुरू कर दी. पत्थरबाजी भी हुई, और विशेष समुदाय के लोगो ने पुलिस के सामने ही विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल के दुर्गेश देवांगन को भीड़ ने हमला कर दिया दिया. इस हिंसक झड़प के बाद हिन्दू संगठन भगवा ध्वज के अपमान को लेकर सामने आये वर्तमान मे कांग्रेस सरकार से विधायक और मंत्री मो. अकबर का दबाव इतना था की अलग अलग जिले से शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने जा रहे विहिप बजरंग दल के युवाओ को रास्ते से उठाकर उनके ऊपर लगभग 15 धाराएं लगाकर उन्हें जेल भेज दिया गया, जिसके बाद पुरे छतीसगढ़ प्रदेश मे कांग्रेस सरकार और मो अकबर के खिलाफ आंदोलन होने लगे, भारतीय जनता पार्टी ने इसे मुद्दा बनाया और लगातार 18 दिनों के आंदोलन के बाद उन 82 हिन्दू भाइयो को जमानत पर रिहा किया गया, जिसे बाद हिन्दुत्व की लहर कवर्धा के साथ पुरे छतीसगढ़ मे चली और भाजपा की सत्ता मे वापसी हुई और आज लोकसभा चुनाव मे 10 सीट मे विजयी हुई