नवरात्रि के पावन पर्व के अवसर पर नवदुर्गोत्सव समिति बाज़ार चौक खरतुली द्वारा जसगीत का कार्यक्रम आयोजित किया गया ,
जिसमे जय माँ अम्बे जसझाँकी परिवार रामसागर पारा आरकार द्वारा भक्तिमय प्रस्तुति दी गई।कार्यक्रम के मुख्यातिथि श्री दीपक सिंह ठाकुरजी को अध्यक्ष श्री दीनबन्धु सिन्हा एवं मधु सिन्हा थे एवं विशिष्टआतिथि के रूप में ग्राम पंचायत के पंच श्री विष्णु साहू, पुर्णिमा साहू, पार्वती साहू,तमेश्वरी साहू आदि थे।अध्यक्ष एवं विशिष्ट अतिथि के उद्बोधन के उपरांत कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री दीपक सिंह ठाकुर ने अपने उद्बोधन में भारत का इतिहास और गुलामी का कारण क्या था, ये सब स्पष्ट किया।मुख्य रूप उन्होंने बताया कि दुनिया में ऐसे भी देश है जो कि छत्तीसगढ़ राज्य से भी छोटे हैं, जनसंख्या और क्षेत्रफल दोनो से छोटे होने के बाद भी वहाँ सारे महिला और पुरुष राष्ट्रभक्त हैं वो लोग दुनिया के समक्ष एक मिसाल है, जब जब उनके राष्ट्र पर संकट आया, वो सभी लोग दुनिया के किसी भी कोने में हो, राष्ट्र रक्षा हेतु पँहुचकर अपनी राष्ट्रीयता और देशप्रेम का परिचय देते हैं।हम सभी को उनसे सीखना चाहिए, हम महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी महाराज, के वंशज हैं हमारा एक समृद्ध इतिहास है जिसकी साक्षी समूची दुनिया है, दीपक ठाकुर ने कहा अगर आपको लड़ना है तो स्वंय के डर से लड़ो, निर्भय बनो, आत्मरक्षा प्रशिक्षण लो, शस्त्र चलाना सीखो, युद्धकला में पारंगत हो हर एक सनातनी दस के बराबर बनो, आपको स्वयं पर सवसे पहले विजय प्राप्त करना है।अपने उद्बोधन में सभी ग्रामवासियों को बताया कि नवरात्रि का अर्थ क्या है, शक्ति की उपासना शुद्धता से क्यों होती है।शक्ति पर नियंत्रण क्यों आवश्यक है, सभी विकारों से दूर कैसे रहना है।कभी भी दूसरों के बहकावे में नहीं आना है, जिस दिन सनातन की शक्ति को समझ जाओगे उस दिन समूचे विश्व मे भारत विश्व गुरु बनकर राष्ट्र पुरुष की भांति खड़ा होगा।उपरोक्त कार्यक्रम में श्री भगोली राम जी,चैन सिंग जी,लक्मन्जी, भुवन जी, राजेश जी, प्रकाश जी, मनहरण एवम बोधराय जी के साथ समस्त ग्रामवासी भी उपस्थित रहे।