पावन ग्राम सोरम में आयोजित तीन दिवसीय रामचरितमानस मानस प्रतियोगिता के समापन दिवस पर समाजसेवी दीपक सिंह ठाकुर,
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांतीय अधिकारी मोहनलाल साहु , गोपाल साहु, हेमराज, राजेश, जतिन अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस अवसर पर समाजसेवी दीपक ठाकुर ने सभी ग्रामीण जनों को रामचरितमानस सम्मेलन के आयोजन के लिए शुभकामनाएं दिया। अंगुलीमाल डाकु से महर्षि वाल्मीकि कैसे बने और कलयुग में तुलसीदास जी के जीवन पर प्रकाश डाला। रामचरितमानस ग्रंथ का श्रवणपान के साथ नित्य अपने घर में अध्ययन करने की आवश्यकता है। हम सब अपने शास्त्रों के अध्ययन से दुर होते जा रहे हैं, श्री दीपक सिंह ठाकुर जी ने बताया कि ईश्वर के दर्शन संभव है, इस कलियुग में हमारे गोस्वामी तुलसीदास जी ने साक्षात हनुमानजी एवं प्रभु श्री राम और लक्ष्मण दर्शन प्राप्त किए हैं और हम केवल पूजा स्थान में भगवान रखकर पुजा कर रहे हैं , भगवान की प्राप्ति और मोक्ष की प्राप्ति हेतु कलियुग में भक्ति ही सबसे सरल मार्ग है,शास्त्रों का अध्ययन के साथ हमको इसके संदेश को अपने जीवन में आत्मसात भी करना है। हर वर्ष इस प्रकार का आयोजन अपने गांव में हम सबके सहयोग से होता रहे और इसी कारण हम सब सुरक्षित और बहुत अच्छे हैं। इस अवसर पर आयोजन समिति, गांव के गणमान्य नागरिक के साथ मातृशक्ति दीदी लोग अधिक संख्या में उपस्थित रहे।