राजा रोहरा — GST दरों में ऐतिहासिक बदलाव: व्यापार जगत में नई क्रांति की ओर
केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में वस्तु एवं सेवा कर (GST) की दरों में किए गए अभूतपूर्व बदलाव ने न केवल व्यापार जगत को नई दिशा दी है बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी एक मजबूत आधार प्रदान किया है। यह परिवर्तन देशभर के उद्योगों, व्यापारियों और उपभोक्ताओं के लिए लाभकारी सिद्ध होगा।
व्यापारियों और उपभोक्ताओं के लिए फायदे
माल और सेवाओं की लागत में कमी: GST दरों में कमी आने से उत्पाद सस्ते होंगे, जिससे उपभोक्ताओं को सीधा लाभ मिलेगा और उनकी क्रयशक्ति बढ़ेगी।
बिक्री और कारोबार में बढ़ोतरी: कीमतों में कमी के चलते व्यापारियों को अधिक बिक्री का अवसर मिलेगा, जिससे व्यापार में तरलता और विकास की गति तेज होगी।
प्रतिस्पर्धा में बढ़त: छोटे और मझोले उद्योगों (SMEs) को विशेष लाभ होगा, क्योंकि अब वे बड़े उद्योगों के साथ और अधिक मजबूती से प्रतिस्पर्धा कर पाएंगे।
सरकार के राजस्व पर प्रभाव
आम तौर पर कर की दरें घटने से राजस्व में कमी की आशंका रहती है, परंतु यह कदम दूरगामी दृष्टि से राजस्व वृद्धि का मार्ग प्रशस्त करेगा।
उच्च अनुपालन (Compliance): दरें कम होने से कर चोरी और टैक्स बचाने की प्रवृत्ति घटेगी, जिससे अधिक व्यापारी GST दायरे में आएंगे।
लेन-देन में पारदर्शिता: डिजिटल बिलिंग और कम टैक्स दरों के संयोजन से सरकार का कर संग्रह और अधिक सुव्यवस्थित होगा।
विस्तारित उपभोग आधार: सस्ती दरों से खपत बढ़ेगी और इसका सीधा असर सरकार के कुल टैक्स संग्रह पर सकारात्मक रूप से पड़ेगा।
*स्थानीय व्यापार पर असर*
स्थानीय स्तर पर यह निर्णय व्यापार को नई ऊर्जा प्रदान करेगा:
छोटे कस्बों और शहरों के व्यापारियों के लिए बिक्री बढ़ाने का अवसर मिलेगा।
उपभोक्ताओं की जेब पर बोझ कम होने से स्थानीय बाजारों में गतिविधियाँ बढ़ेंगी।
यह बदलाव स्थानीय उद्योगों को अधिक उत्पादन और रोजगार सृजन के लिए प्रेरित करेगा।
केंद्र सरकार का यह निर्णय केवल कर सुधार नहीं बल्कि “व्यापार और अर्थव्यवस्था में एक नई क्रांति” की शुरुआत है। इससे जहां जनता को राहत मिलेगी वहीं सरकार का राजस्व भी दीर्घकालीन दृष्टि से बढ़ेगा। उद्योग जगत में नया उत्साह और विश्वास जागृत हुआ है, और निश्चित रूप से यह बदलाव देश की आर्थिक प्रगति को और गति देगा।