15वें वित्त की अटकी राशि, 5 दिसंबर को एस डी एम कार्यालय का घेराव
नगरी तहसील के सरपंच संघ 15वें वित्त आयोग की राशि जारी न होने और मनरेगा कार्यों की समस्या के कारण शासन-प्रशासन के खिलाफ लामबंद हो गया है। सरपंच संघ ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि 3 दिसंबर 2025 तक 15वें वित्त की राशि पंचायतों के खातों में नहीं डाली गई, तो वे 5 दिसंबर 2025 को बजरंग चौक, नगरी में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय का घेराव करेंगे।
यह आवेदन सरपंच संघ, नगरी ने उप-मुख्यमंत्री (गृह एवं जेल, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री) को संबोधित करते हुए अनुविभागीय अधिकारी नगरी के माध्यम से भेजा है।
सरपंच संघ के अध्यक्ष उमेश देव और अन्य पदाधिकारियों द्वारा हस्ताक्षरित इस आवेदन में बताया गया है कि नगरी विकासखंड की 102 ग्राम पंचायतों को 15वें वित्त की राशि कई बार शासन-प्रशासन को अवगत कराने के बाद भी अब तक नहीं मिली है। इस वजह से पंचायतों का विकास कार्य पूरी तरह ठप हो गया है।
संघ ने साफ तौर पर कहा है कि इस गतिरोध की पूरी ज़िम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
सरपंच संघ की प्रमुख तीन-सूत्रीय मांगें:
ग्राम पंचायतों में 15वें वित्त की अटकी हुई राशि तत्काल डाली जाए।
सभी ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत कार्यों को स्वीकृत किया जाए।
सरपंचों की मानदेय राशि में वृद्धि की जाए।
सरपंच संघ ने इन मांगों को लेकर उप-मुख्यमंत्री और नगरी अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर 3 दिसंबर 2025 तक समस्याओं का निराकरण करने का अल्टीमेटम दिया है, अन्यथा 5 दिसंबर 2025 को बजरंग चौक पर विशाल धरना प्रदर्शन के बाद एस डी एम कार्यालय का घेराव किया जाएगा।