सरकारी नौकरी वाले पति ने ही खोल दी पत्नी की 'महतारी वंदन' स्कीम की पोल!
'कृषि कार्य' बताकर सरकारी योजना को चूना लगाने का सनसनीखेज मामला
धमतरी
जिले में एक अजीबो-गरीब और सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां छत्तीसगढ़ शासन को चूना लगाने का प्रयास किया गया। महतारी वंदन योजना का लाभ लेने के लिए एक महिला ने फॉर्म में कथित तौर पर गलत जानकारी दी, लेकिन इस गड़बड़ी का खुलासा किसी और ने नहीं, बल्कि महिला के सरकारी कर्मचारी पति ने ही कर दिया है।
स्वास्थ्यकर्मी पति ने ही की कलेक्टर से शिकायत
मामला है कोरार स्वास्थ्य विभाग में आरएमए (RMA) के पद पर कार्यरत गजेंद्र सिन्हा और उनकी पत्नी पूनम सिन्हा का। नियमों के मुताबिक, शासकीय सेवा में कार्यरत कर्मचारियों की पत्नियों को महतारी वंदन योजना का लाभ नहीं मिलना चाहिए, लेकिन पूनम सिन्हा कथित तौर पर खुद को 'कृषि कार्य' से जुड़ा बताकर मार्च 2024 से इस योजना का लाभ ले रही थीं।
पति ने लगाई न्याय की गुहार
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस 'फर्जीवाड़े' की शिकायत गजेंद्र सिन्हा ने खुद कलेक्टर धमतरी से की है। उन्होंने एक लिखित आवेदन देकर अपनी पत्नी पूनम सिन्हा द्वारा भरे गए महतारी वंदन योजना के फॉर्म और शपथ पत्र की जांच की मांग की है।
गजेंद्र सिन्हा ने अपने आवेदन में स्पष्ट लिखा है कि उनकी पत्नी मार्च 2024 से अब तक इस योजना का लाभ ले रही हैं।
इस पूरे मामले के पीछे गजेंद्र सिन्हा का मकसद साफ है: "ताकि भविष्य में ऐसी गलत जानकारी देकर शासन को चूना ना लगाया जा सके।"
यह शिकायत न केवल महतारी वंदन योजना की पात्रता पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए गलत शपथ पत्र दिए जा रहे हैं। अब देखना यह है कि कलेक्टर धमतरी इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं और क्या पूनम सिन्हा से अब तक ली गई राशि की वसूली की जाएगी!